Pre-Primary (LKG & UKG)
प्रारंभिक बचपन को विश्व स्तर पर एक इंसान के जीवन काल में सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक माना जाता है। चूंकि पूर्व-प्राथमिक शिक्षा, प्राथमिक शिक्षा की नींव है, इसलिए बच्चे को उसी हिसाब से तैयार करना आवश्यक है।
महावीर विद्यालय नरौजा दो खंडों में पूर्व-प्राथमिक (या नर्सरी) शिक्षा प्रदान करता है:
- एलकेजी (निचला बालविहार )
- यूकेजी (ऊपरी बालविहार)
पूर्व-प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम का मकसद विशेषज्ञता हासिल करने से नहीं है, बल्कि बच्चों में खुशी के साथ सीखने की रुचि और जिज्ञासा पैदा करना है।
एलकेजी के पाठ्यक्रम में शामिल हैं:
- हिंदी और अंग्रेजी वर्णमाला को पहचानना, पढ़ना और लिखना।
- देवनागरी और रोमन लिपि में संख्यात्मक अंकों को पहचानना, पढ़ना और लिखना।
यूकेजी के पाठ्यक्रम में शामिल हैं:
- हिंदी और अंग्रेजी वर्णमाला को पहचानना, पढ़ना और लिखना।
- देवनागरी और रोमन लिपि में संख्यात्मक अंकों को पहचानना, पढ़ना और लिखना।
- छोटे शब्दों और बुनियादी गणितीय अवधारणाओं जैसे साधारण तालिका और संख्या की गिनती आदि को को पहचानना, पढ़ना और लिखना
ये पाठ्यक्रम बच्चों के लिए चित्रों और कलाकृति की पुस्तकों द्वारा प्रस्तुत किये जाते हैं। पूर्व-प्राथमिक शिक्षा का माहौल पूरी तरह से बच्चों के अनुकूल है, जो बच्चों को मौज-मस्ती और स्वतंत्रता के साथ उनकी प्राकृतिक क्षमता का पता लगाने की अनुमति देता है।
The early childhood is globally acknowledged one of the most critical phase in the lifespan of a human being. Since Pre-Primary class lays the foundation of Primary schooling, it becomes essential to prepare the kid accordingly.
Mahavir Vidyalaya Narauja offers the Pre – Primary (or Nursery) schooling in two segments:
- LKG (Lower Kindergarten)
- UKG (Upper Kindergarten)
Curriculum of pre – primary schooling is not to be meant for any specialization, rather, to create the interest and curiosity of learning among the kids joyfully.
Curriculum of LKG includes:
- Recognition, reading and writing of the Hindi and English alphabet.
- Recognition, reading and writing of the numeric digits in Devanagari and roman script.
Curriculum of UKG includes:
- Recognition, reading and writing of the Hindi and English alphabet.
- Recognition, reading and writing of the numeric digits in Devanagari and roman script.
- Recognition, reading and writing of small words and basic mathematical concepts like simple table and number counting etc.
These curriculum are well supported by image and drawing books for kids. Pre – Schooling atmosphere is entirely child friendly which allows the kids to explore their natural ability with fun & freedom.